द गर्ल इन रूम 105
वह चंद मिनटों में ही सो गई। लेकिन मेरी आंखों में नींद नहीं थी। पिछले कुछ हफ्तों से जारा का व्यवहार मुझे अजीब लग रहा था। जब वो गहरी नींद में डूब गई तो मैं उसकी तरफ़ वाली बेडसाइड टेबल पर झुका और उसका आईफ़ोन उठा लिया। उसने कोई हरकत नहीं की। मैं उसका फ़ोन उसके हाथ के पास ले गया, उनका अंगूठा उठाया और उसे आईफ़ोन की टच आईडी पर प्रेस कर दिया। एक झटके में फ़ोन अनलॉक्ड हो गया। मैं बेड से उठा और बाथरूम में चला गया।
बाथरूम में जाकर मैंने जारा का व्हाट्सएप्प खोला।
सबसे ऊपर ज़ारा और कैप्टन फ़ैज़ की बैट्स थीं। मैं तीन दिन पहले की चैट्स तक स्क्रॉल अप कर गया।
फ़ैज़ - तुम तनाव में हो क्या?"
ज़ारा 'हां, थोड़ी-बहुत।' फ़ैज़'चिंता मत करो, यह कुछ भी नहीं है।'
ज़ारा - 'मेरे पीरियड्स इससे पहले कभी इतने लेट नहीं हुए।' फैज़- 'लेकिन मैंने तो पुल-आउट कर लिया था। तुमने कैलेंडर भी चेक किया था। "
ज़ारा 'जानती हूं, लेकिन... चिंता हो रही है।'
फैज़- माय डार्लिंग, तुम एकदम ठीक हो।' ज़ारा - 'क्या मुझे कोई टेस्ट करना चाहिए? प्रेगा न्यूज़ या ऐसा ही कुछ ?
फ़ैज़'अभी ओवर रिएक्ट मत करो। "
जारा—'क्यों नहीं करूँ ? दो हफ्ते ऊपर हो गए हैं।"
फ़ैज़ कुछ और दिन देखो। एक हफ़्ता और ।'
ज़ारा-'मेरे हैदराबाद से लौटने के बाद टेस्ट करवा लें?" फ़ैज़-श्योरा
ज़ारा तुम्हें इस मुसीबत में डालने के लिए सॉरी' फैज़'ये मेरी भूल भी तो है।"
जारा - 'नहीं, मैंने ही तुमसे कहा था कि प्रोटेक्शन मत लो। मैं तुम्हें फील करना चाहती थी।
"
यह सब पढ़ते हुए मेरा दिल बैठ गया। मैंने फोन को कसकर पकड़ लिया, ताकि वो मेरे हाथों ना गिर पड़े। तो ज़ारा मुझे किसी ब्लॉग रीडर से डिबेट करने का बोलकर एक्चुअली यह सब कर रही थी।
से फिसलकर
फ़ैज़- 'हैदराबाद में कैसा लग रहा है?"- ज़ारा 'इट्स गुड मैंने अभी-अभी एक पैलेस में रघु के साथ डिनर किया।'
फिज़- 'हम्म।'
ज़ारा 'क्या?"
फ़ैज़ - 'क्या मैं यह कह सकता हूं कि मुझे जलन हो रही है?" जारा-'नहीं।'
फ़ैज़'ठीक है, तब मैं नहीं कहूंगा।' ज़ारा हमने डिसाइड कर लिया था, फ़ैज़ इट्स ओवर।'
फ़ैज़'जानता हूं।"
जारा 'तुम्हारी एक फैमिली है। बच्चे हैं।'
फ़ैज़ - 'यह भी पता है, लेकिन तुम्हारे लिए मैं सब छोड़ सकता हूँ।"
जारा- प्लीज़, ये सब मत बोलो।"
फैज़ आई मिस यु माय लिटिल बेबी । "
जारा-'आज तुमने क्या किया?"
फ़ैज़ - 'मैं खान मार्केट गया था। वहां से प्रेगा न्यूज़ लेकर आया। " जारा - 'तुम वो ले आए